रविवार, 7 दिसंबर 2008
मुम्बई का तमाशा
ताज होटल में आतंकी हमले के बाद का तमाशा शर्मनाक है / शहीदों को लेकर इस बार सियासत करने वाले जनविरोध के आगे समर्पण कर बैठ गए लेकिन इलेक्ट्रानिक मीडिया ने तो संदेशों का बाजार सजा दिया/
सोमवार, 10 नवंबर 2008
क्राइम का नया पैतरा
तमंचा दिखाकर लूटपाट करने वालों ने इन दिनों अपने तेवर बदले हैं/ अब असलहों की आधुनिकता मायेने नहीं रखती/ आगरा में इन दिनों बगैर हथियार के शातिर अंदाज में अपराधियों ने जिस तरह से सामान उठायें हैं वह सोचने लायक है / शहर के नमी डॉक्टर गुरुनानी की कार के आगे गन्दगी फैलाकर उन्हें बताना फ़िर चुपके से कार के भीतर से उनका बैग उठा लेना क्राइम के नया पैतरे की झलक भर है / ऐसे में लोगों को सचेत हो जाना चाहिए ताकि उनके साथ इस तरह की वारदात न हो सके/
बुधवार, 22 अक्तूबर 2008
राज का गुंडाराज
नफरत की सियासत करना वाले राज ठाकरे ने मुम्बई की मिलीजुली संस्कृति को आग की लपटों के हवाले छोड़ दिया है/ सच मायने में चाचा से आगे निकलने की चाहत ही राज को आग उगलने को प्रेरित करती है /
शांत बिहारी को बाला साहब ठाकरे ने बीमारी बताया था/ अब उनका भतीजा और आगे निकलकर उत्तर भारत के लोगों पर सीधे डंडे बरसा रहा है/ मतलब साफ है और संदेश यही है की मुल्क को वोट की खातिर छेत्रवाद के पाले में समेटने की कोशिश है/
शांत बिहारी को बाला साहब ठाकरे ने बीमारी बताया था/ अब उनका भतीजा और आगे निकलकर उत्तर भारत के लोगों पर सीधे डंडे बरसा रहा है/ मतलब साफ है और संदेश यही है की मुल्क को वोट की खातिर छेत्रवाद के पाले में समेटने की कोशिश है/
मंगलवार, 9 सितंबर 2008
जमशेदपुर सिटी यानी इमानदारी जिन्दा है
इमानदारी जिन्दा है
बात सिर्फ पाँच रुपये की है लेकिन इसमेसहर का आइना झलकता है/ इस शहर की खूबी तो देखिये यहाँ घरों में काम कराने वाली महिलाएं बेहद ईमानदार हैं/ यकीनन आप उनके हवाले पूरा घर छोड़कर कहीं भी घूमने जा सकतें हैं / मई एक बार आफिस से आया तो देखा फर्सपर पाँच का सिक्का पड़ा है/ गलती से मैं भूल गया था लेकिन दूसरे रोज मैंने जानबूझकर पैसे को छोड़ गया / काम वाली ने फ़िर उसे जस का तस् छोड़ दिया/ बस इसी वाकये ने यह संदेश दे दिया की नगरी में आदिवासी बेहद ईमानदार हैं / (मेरा अनुभव -- हिमांशु त्रिपाठी )
बात सिर्फ पाँच रुपये की है लेकिन इसमेसहर का आइना झलकता है/ इस शहर की खूबी तो देखिये यहाँ घरों में काम कराने वाली महिलाएं बेहद ईमानदार हैं/ यकीनन आप उनके हवाले पूरा घर छोड़कर कहीं भी घूमने जा सकतें हैं / मई एक बार आफिस से आया तो देखा फर्सपर पाँच का सिक्का पड़ा है/ गलती से मैं भूल गया था लेकिन दूसरे रोज मैंने जानबूझकर पैसे को छोड़ गया / काम वाली ने फ़िर उसे जस का तस् छोड़ दिया/ बस इसी वाकये ने यह संदेश दे दिया की नगरी में आदिवासी बेहद ईमानदार हैं / (मेरा अनुभव -- हिमांशु त्रिपाठी )
सोमवार, 8 सितंबर 2008
आगरा में दंगा - कैसे-कैसे चेहरे
आगरा में दंगा - कैसे-कैसे चेहरे
आगरा में ८ सितम्बर की रात मंटोला में दंगा मुहब्बत की नगरी को फ़िर झकझोर गया/ इस दौरान एक शख्श आग में घी डालकर माहौल को और ख़राब कर रहा था/ उसका कहना था की एक पार्टी ने दंगे के लिए समुदाय विशेष को पैसे दिए हैं
आगरा में ८ सितम्बर की रात मंटोला में दंगा मुहब्बत की नगरी को फ़िर झकझोर गया/ इस दौरान एक शख्श आग में घी डालकर माहौल को और ख़राब कर रहा था/ उसका कहना था की एक पार्टी ने दंगे के लिए समुदाय विशेष को पैसे दिए हैं
बुधवार, 3 सितंबर 2008
मर्डर के बाद
आगरा में एक पत्रकार की हत्या के बाद पुलिस का जो चेहरा सामने आया है वह बेहद कुरूप है
महेश शर्मा के हत्यारों को पुलिस ने aaram के साथ हाजिर होने दिया
महेश शर्मा के हत्यारों को पुलिस ने aaram के साथ हाजिर होने दिया
मंगलवार, 2 सितंबर 2008
जमशेदपुर सिटी के मठाधीस
जमशेदपुर की जितनी तारीफ की जाय वह कम है
- एक मीडिया हाउस ! मीडिया जगत के कुछ कृपा पात्र उचें पद पर बैठे मठाधीस/ चेहरे अजब गजब -
नजारा -1
- कुछ लोग बाजार की चालाकी में फेल होकर कालेज के जिंदाबाद-जिंदाबाद के बल पर पत्रकार बन गए / जिन्हें काम नहीं आता वे लोग सिलेंडर पर आसीन होकर ज्ञान देकर समय का अपने अंदाज में उपयोग कर लेतें हैं/ कुछ चालाक मुखबिर वेतन बढ़ाने के फेर में परेशान
सोमवार, 1 सितंबर 2008
big boss
big boss men ahasan kee lokpriyata ghatee hai
darasal jis tarah hansee ke badshah sajis men shamil hokar rahul mahajan ke peeche lagkar unhe ghar se bahar karna chahate hain wah galat hai.
bigg boss ke ghar men kaid hastiyon ko yad karana chahiye kee ek sho men gayak kajee bahar hote hote bhee janta ke mat se jeet gaya tha.
darasal jis tarah hansee ke badshah sajis men shamil hokar rahul mahajan ke peeche lagkar unhe ghar se bahar karna chahate hain wah galat hai.
bigg boss ke ghar men kaid hastiyon ko yad karana chahiye kee ek sho men gayak kajee bahar hote hote bhee janta ke mat se jeet gaya tha.
गुरुवार, 28 अगस्त 2008
सोमवार, 25 अगस्त 2008
आगरा के मोहल्ले
आगरा के मोहल्ले
- ताज आगरा की शान है लेकिन यहाँ के मोहल्लों का जिक्र गली मोहल्ला ब्लॉग पर जरूरी ही तो सुनिए अजब गजब मोहल्ले
- घटिया
- गधा पड़ा
- हींग की मण्डी
- नाई की मण्डी
रविवार, 17 अगस्त 2008
लोहिया के बंशी
लोहिया के बंशी
प्रख्यात समाजवादी चिन्तक डॉक्टर राम मनोहर लोहिया तत्कालीन फैजाबाद के अकबरपुर की जिन गलियों में घूम कर आजादी का बिगुल बजाया करते थे आज उन्हीं गलियों में बंशी बेगाने हैं
कौन हैं बंशी
लोहिया जी के बेहद करीबी
अब तंगहाली में जी रहें हैं
लेकिन आज भी वह रोज लोहिया की प्रतिमा पर फूल अर्पित करतें .हैं तबियत ख़राब हो लेकिन अगर बंशी चलने के काबिल रहतें हैं तो शहजादपुर में स्थापित लोहिया की प्रतिमा तक जरूर पहुंचतें हैं .
प्रख्यात समाजवादी चिन्तक डॉक्टर राम मनोहर लोहिया तत्कालीन फैजाबाद के अकबरपुर की जिन गलियों में घूम कर आजादी का बिगुल बजाया करते थे आज उन्हीं गलियों में बंशी बेगाने हैं
कौन हैं बंशी
लोहिया जी के बेहद करीबी
अब तंगहाली में जी रहें हैं
लेकिन आज भी वह रोज लोहिया की प्रतिमा पर फूल अर्पित करतें .हैं तबियत ख़राब हो लेकिन अगर बंशी चलने के काबिल रहतें हैं तो शहजादपुर में स्थापित लोहिया की प्रतिमा तक जरूर पहुंचतें हैं .
गुरुवार, 14 अगस्त 2008
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