skip to main
|
skip to sidebar
galimohalla
सामना सच का
सोमवार, 17 नवंबर 2008
मुहब्बत
की नगरी आगरा का एक
सच
भारी बोझ सह न सका यह बेजुबान और
बोझ से यह बीच
सड़क
पर बेसुध गिर गया/
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
फ़ॉलोअर
ब्लॉग आर्काइव
►
2011
(2)
►
जनवरी
(2)
▼
2008
(13)
►
दिसंबर
(1)
▼
नवंबर
(2)
मुहब्बत की नगरी आगरा का एक सच भारी बोझ सह न सका य...
क्राइम का नया पैतरा
►
अक्तूबर
(1)
►
सितंबर
(5)
►
अगस्त
(4)
मेरे बारे में
galimohalla
मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें